Chapter #014 Grahamalika Yogas If all planets occupy the first five houses from the lagna, panchagrahamalika yoga is caused If all planets occupy the first six […]
Chapter #015 Planetary Rulerships, etc For Sun, Aries is friendly being the sign of its exaltation, Taurus inimical, Gemini neutral, Cancer friendly, Leo both the own […]
प्राण वायु मनुष्य के शरीर में श्वास लेने पर नासिका के माध्यम से प्रवेश करती है। नासिका में दो छिद्र होते हैं, जो बीच में एक पतली हड्डी के कारण एक दूसरे से अलग रहते हैं।
सनातन अथवा हिन्दू धर्म की संस्कृति संस्कारों पर ही आधारित है। हमारे ऋषि-मुनियों ने मानव जीवन को पवित्र एवं मर्यादित बनाने के लिये संस्कारों का अविष्कार किया।
मन्त्र : नियत ध्वनियों के समूह को मंत्र कहते हैं। मंत्र वो विज्ञान या विद्या है, जिससे शक्ति का उदभव होता है। जहां मंत्र का विधि पूर्वक प्रयोग किया जाता है, वहां शक्तियों का निवास बना रहता है।